Waaree Energies Limited ने एक ऐसा अंतरराष्ट्रीय ऑर्डर हासिल किया है, जिसने निवेशकों और मार्केट एनालिस्ट्स के बीच हलचल मचा दी है। कंपनी की अमेरिकी सब्सिडियरी Waaree Solar Americas को 586 मेगावाट के सोलर मॉड्यूल्स की सप्लाई का ऑर्डर मिला है, जिसकी कुल वैल्यू 176 मिलियन डॉलर यानी लगभग ₹1,460 करोड़ है। यह ऑर्डर अमेरिका की एक नामी यूटिलिटी-स्केल सोलर और एनर्जी स्टोरेज प्रोजेक्ट कंपनी से आया है, जिससे Waaree की इंटरनेशनल पहचान और भी मजबूत हो गई है। यह डिलीवरी वित्त वर्ष 2026-27 में शुरू होगी, लेकिन इसका असर अभी से कंपनी के शेयर और ग्रोथ पोटेंशियल पर दिखने लगा है। यह डील ना सिर्फ फाइनेंशियल टर्म्स में बड़ी है, बल्कि यह कंपनी की ग्लोबल एंबिशन को भी रेखांकित करती है।

Waaree का ग्लोबल सोलर लीडर बनने की दिशा में कदम
Waaree Energies की शुरुआत 1990 में हुई थी और आज यह भारत की अग्रणी सोलर मॉड्यूल निर्माता कंपनियों में गिनी जाती है। कंपनी के पास भारत में कुल 12 गीगावॉट की मैन्युफैक्चरिंग क्षमता है, जिसे 2027 तक बढ़ाकर 20.9 गीगावॉट करने का लक्ष्य रखा गया है। Waaree का भारत के घरेलू सोलर मॉड्यूल मार्केट में करीब 21% हिस्सा है और एक्सपोर्ट के मामले में इसका शेयर 44% तक पहुंच चुका है।
कंपनी न सिर्फ मॉड्यूल बनाती है, बल्कि वह इनवर्टर, बैटरी और अन्य सोलर कॉम्पोनेंट्स में भी कारोबार करती है। इसकी रेवेन्यू का 78% हिस्सा सोलर पीवी मॉड्यूल्स से आता है, और अमेरिका इसमें सबसे बड़ा एक्सपोर्ट मार्केट है। कंपनी अब ओडिशा में एक नया सोलर सेल मैन्युफैक्चरिंग प्लांट तैयार कर रही है ताकि वह इम्पोर्ट पर निर्भरता कम कर सके और सप्लाई चेन को मजबूत बनाए। इसके अलावा, ह्यूस्टन, टेक्सास में नया मैन्युफैक्चरिंग यूनिट भी बनने जा रहा है।
शेयर मार्केट में शानदार प्रदर्शन, निवेशकों की नजर में Waaree बना स्टार
Waaree Energies का शेयर 30 मई 2025 को ₹3,030.90 पर ट्रेड कर रहा था, जबकि इसका 52-वीक हाई ₹3,633.65 रहा है। कंपनी का मार्केट कैप ₹80,353 करोड़ हो चुका है और इसका PE रेशियो 69.96 है, जो यह बताता है कि निवेशक इसमें हाई ग्रोथ की उम्मीद कर रहे हैं। इस साल अब तक इसका स्टॉक 5% ऊपर है, जबकि पिछले एक साल में इसने करीब 29% का रिटर्न दिया है।
बड़े निवेशकों की बात करें तो Kalpraj Damji Dharamshi (2.32%), Vt Energy Srl (2.17%), Het Paresh Mehta (1.22%) और Madhuri Madhusudan Kela (1.16%) जैसे नाम इसके प्रमुख पब्लिक शेयरहोल्डर्स में शामिल हैं। जिस तरह से कंपनी के प्रोजेक्ट्स और ग्लोबल प्लान्स आगे बढ़ रहे हैं, उससे यह कयास लगाए जा रहे हैं कि आने वाले समय में यह स्टॉक ₹5,000 का आंकड़ा पार कर सकता है।
क्या Waaree Energies बन सकती है अगला मल्टीबैगर स्टॉक?
Waaree की रणनीति, टेक्नोलॉजी में इनोवेशन, और इंटरनेशनल मार्केट में बढ़ता वर्चस्व इसे अन्य सोलर कंपनियों से अलग बनाता है। कंपनी ने TOPCon जैसे एडवांस मॉड्यूल्स में निवेश कर रखा है, जो ज्यादा एफिशिएंसी और बेहतर परफॉर्मेंस देने में सक्षम हैं। इसके साथ ही, कंपनी का बैकवर्ड इंटीग्रेशन स्ट्रैटेजी — जैसे कि खुद की सोलर सेल मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स बनाना — इसे लंबे समय में ज्यादा प्रॉफिटेबल बना सकता है।
अमेरिका में निर्माण यूनिट का प्लान कंपनी को वहां की डिमांड के नजदीक लाएगा, जिससे लॉजिस्टिक कॉस्ट भी घटेगा और तेजी से डिलीवरी संभव होगी। ऐसे में निवेशकों के लिए यह एक मजबूत संकेत हो सकता है कि Waaree एक लॉन्ग टर्म पोटेंशियल स्टॉक है, जिसमें मल्टीबैगर बनने की क्षमता नजर आती है।
नज़र रखें Waaree पर, आने वाले सालों में दिख सकता है बड़ा उछाल
अगर Renewable Energy सेक्टर की बात करें, तो भारत और अमेरिका दोनों में सोलर एनर्जी की डिमांड तेजी से बढ़ रही है। सरकारें भी इस सेक्टर को प्रमोट कर रही हैं और निजी कंपनियां इसमें निवेश बढ़ा रही हैं। Waaree Energies इस ग्रोथ वेव को अच्छे से कैप्चर कर रही है और लगातार अपनी क्षमता, टेक्नोलॉजी और इंटरनेशनल मौजूदगी को मजबूत कर रही है।
यदि कंपनी अपने प्लान्स के अनुसार मैन्युफैक्चरिंग को स्केल कर पाती है और नए ऑर्डर्स को समय पर पूरा करती है, तो निवेशकों को बेहतर रिटर्न मिलने की पूरी संभावना है। आने वाले क्वार्टर रिजल्ट्स, डिविडेंड पॉलिसी या बोनस जैसे फैसलों पर भी इस ऑर्डर का सकारात्मक असर देखने को मिल सकता है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या Waaree वाकई ₹5,000 का आंकड़ा पार कर पाएगी — संकेत तो हां में हैं।
(डिस्क्लेमर: यह लेख केवल जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से जरूर सलाह लें।)
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