आजकल हर कोई बिजली का बिल कम करने की जुगत में लगा है और सोलर पैनल्स इसमें गेम-चेंजर साबित हो रहे हैं! लेकिन महंगे सोलर सिस्टम होने के कारण अधिकतर लोग इसे लगाने से कतराते है, लेकिन अगर आप बिना बैटरी वाला On-Grid Solar System लगाते है तो यह सस्ता पड़ेगा और सरकार इस पर 60% subsidy भी प्रदान करती है। यह सब्सिडी सरकार आपके सीधे बैंक खाते में ट्रांसफर करती है। ऐसे में हर कोई सोलर सिस्टम लगवा सकता है। अगर आप भी सोच रहे हैं कि बिना बैटरी वाला 2kW सोलर सिस्टम कौनसा लगवाए तो Waaree का ऑन-ग्रिड सोलर सिस्टम आपके लिए बेस्ट ऑप्शन हो सकता है। चलिए जानते है इसके बारे में पूरी डिटेल्स

Waaree का बिना बैटरी वाला सोलर कैसे काम करता है
Waaree भारत की सबसे बड़ी सोलर पैनल मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों में से एक है और इसके प्रोडक्ट्स की क्वालिटी टॉप-क्लास है। इसका 2kW ऑन-ग्रिड सोलर सिस्टम बिना बैटरी के काम करता है, यानी यह सीधे ग्रिड से कनेक्ट होता है। दिन में सोलर पैनल्स से बिजली बनती है, जो आपके घर के लोड को चलाती है। अगर बिजली ज्यादा बनती है, तो वो ग्रिड में चली जाती है, और आपको नेट मीटरिंग के जरिए बिल में छूट मिलती है। Waaree के 2kw ऑन-ग्रिड सोलर सिस्टम की कीमत मार्केट में लगभग 1 लाख रुपए होती है। लेकिन यदि आप पीएम सूर्यघर योजना के तहत लगाते है तो आपको 60% सब्सिडी मिल जाती है।
यह सिस्टम खासकर मध्यम घरों (1-2 BHK) या दुकानों के लिए परफेक्ट है। औसतन, यह सिस्टम रोज 8 यूनिट्स बिजली जनरेट करता है, यानी महीने में 240 यूनिट्स generate हो जाती है। अगर आपका बिजली का बिल 2000 रुपये तक आता है, तो यह सिस्टम आपके लिए है।
60,000 की सब्सिडी कैसे मिलेगी?
PM Suryodaya Yojana के तहत केंद्र सरकार 2kW सोलर सिस्टम पर 60,000 रुपये की सब्सिडी दे रही है। कुछ स्टेट्स, जैसे उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा आदि में अतिरिक्त स्टेट सब्सिडी भी मिलती है, जो कुल सब्सिडी को 90,000 रुपये तक ले जा सकती है। तो, आइए जानते हैं कि यह सब्सिडी आपके बैंक खाते में कैसे आएगी:
- रजिस्ट्रेशन: सबसे पहले, https://pmsuryaghar.gov.in पर जाकर रजिस्टर करें। अपनी डिटेल्स, जैसे घर का पता और बिजली कनेक्शन नंबर, भरें।
- DISCOM से अप्रूवल: आपके इलाके की बिजली कंपनी (DISCOM) आपके घर की सोलर लगाने की फीजिबिलिटी चेक करेगी। अप्रूवल मिलने में 15-30 दिन लग सकते हैं।
- इंस्टॉलेशन: अप्रूवल के बाद, Waaree या किसी रजिस्टर्ड वेंडर से सिस्टम इंस्टॉल कराएं। रजिस्टर्ड वेंडर की लिस्ट आप जिलेवार पीएम सूर्यघर योजना की ऑफिशियल वेबसाइट पर देख सकते है।
- नेट मीटर और इंस्पेक्शन: इंस्टॉलेशन के बाद, DISCOM नेट मीटर लगाएगी और सिस्टम का इंस्पेक्शन करेगी। इसके बाद आपको कमीशनिंग सर्टिफिकेट मिलेगा।
- सब्सिडी के लिए अप्लाई: कमीशनिंग सर्टिफिकेट के साथ अपने बैंक अकाउंट डिटेल्स और एक कैंसिल्ड चेक पोर्टल पर सबमिट करें। 30-90 दिनों में सब्सिडी आपके अकाउंट में क्रेडिट हो जाएगी।
Waaree के सोलर सिस्टम की खासियतें
- हाई-क्वालिटी पैनल्स: Waaree के पॉलीक्रिस्टलाइन या मोनोक्रिस्टलाइन पैनल्स 25 साल की परफॉर्मेंस वारंटी के साथ आते हैं।
- इन्वर्टर: इसका 2kW ऑन-ग्रिड इन्वर्टर 8 साल की वारंटी के साथ आता है और 97% तक एफिशिएंट है।
- कम मेंटेनेंस: बस साल में एक-दो बार पैनल्स की सफाई करवाएं, और आपका सिस्टम दशकों तक चलेगा।
- मेड इन इंडिया: Waaree के प्रोडक्ट्स भारत में बनते हैं, जो क्वालिटी और सर्विसिंग में भरोसा देते हैं।
कुछ जरूरी टिप्स
- सही वेंडर चुनें: Waaree के ऑथराइज्ड डीलर से ही सिस्टम लगवाएं, ताकि वारंटी और सर्विस में दिक्कत न हो।
- छत की जगह चेक करें: 2kW सिस्टम के लिए करीब 120 स्क्वायर फीट शैडो-फ्री जगह चाहिए।
- लेटेस्ट स्कीम्स चेक करें: 2025 में सब्सिडी या स्कीम्स में बदलाव हो सकता है, तो https://pmsuryaghar.gov.in पर नजर रखें।
- नेट मीटरिंग जरूर लगवाएं: इससे आप ज्यादा बिजली ग्रिड को बेच सकेंगे।
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