एक Reddit यूज़र ने ऑनलाइन ट्रेडिंग की दुनिया में तहलका मचा दिया है। उसने बताया कि कैसे उसने सिर्फ 400 डॉलर (करीब ₹33,000) लगाए और ChatGPT जैसे AI मॉडल से सलाह लेकर पहले ही दिन अपनी रकम डबल कर दी। उसने Robinhood जैसे प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करते हुए एक अनोखा एक्सपेरिमेंट किया – जिसमें उसने अपने ट्रेडिंग इंस्टिंक्ट्स को किनारे रख दिया और ChatGPT को फॉलो किया। यूज़र ने लिखा, “Day 1, boom, doubled my money faster than Kris Jenner can sign a new reality deal!” ये सिर्फ शुरुआत थी क्योंकि आगे जाकर उसके सारे ट्रेड मुनाफे में रहे।

ChatGPT बनाम Grok: AI की जंग में कोई हार नहीं
जैसे-जैसे AI पर भरोसा बढ़ता गया उसने अपनी पोर्टफोलियो को दो हिस्सों में बांट दिया – एक ChatGPT के लिए और दूसरा Elon Musk के Grok AI के लिए। उसने दोनों AI बॉट्स को ढेर सारा डेटा दिया – स्प्रेडशीट्स, टेक्निकल एनालिसिस, ऑप्शन चेन और मैक्रो डेटा और कहा कि ऐसे ट्रेड बताओ जिससे मेरी बीयर और BBQ की पार्टी, Kardashian लेवल की लगने लगे। अगले 10 ट्रेडिंग दिनों में उसने कुल 18 ट्रेड किए, जिनमें से 17 को क्लोज़ कर लिया। और सबसे हैरान करने वाली बात 100% ट्रेड प्रॉफिट में रहे। ChatGPT ने 13 परफेक्ट ट्रेड मारे वहीं Grok ने 5 और दोनों ने यूज़र को कभी निराश नहीं किया।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ मामला, लोग हुए प्रभावित
इस पोस्ट को पढ़ने के बाद Reddit पर यूज़र्स की बाढ़ सी आ गई। कोई बोला “मैं तो अगले हफ्ते से यही करने वाला हूं, अब और रुकने की जरूरत नहीं।” एक यूज़र ने कहा, “ChatGPT ने मेरी गोल्फ गेम सुधारी है, अब ट्रेडिंग क्यों नहीं।” कई लोगों ने इसे मोटिवेशन की तरह लिया और कहा कि अगर AI इतना कुछ कर सकता है तो हमें भी इसे अपनाना चाहिए। कुछ ने इसे “अगला इन्वेस्टमेंट रेवोल्यूशन” तक कह डाला। लेकिन ये कहानी सिर्फ प्रशंसा तक नहीं रुकी।
कुछ लोगों ने दी चेतावनी, बोले- ये सिर्फ किस्मत हो सकती है
जहां कई लोग इस AI सफलता से प्रभावित हुए, वहीं कुछ ने इसे लेकर संदेह भी जताया। एक यूज़र ने लिखा, “हर कोई जीनियस होता है जब मार्केट ऊपर जा रही हो। ये AI नहीं, मार्केट की चाल है।” किसी ने चेतावनी दी, “ये सब मजेदार है लेकिन खुद को बेवकूफ मत बनाओ – ये सिर्फ रेड पर पैसा लगाने जैसा है।” ये सच है कि कोई भी ट्रेंड या रणनीति तब तक सफल दिखती है जब तक मार्केट आपके पक्ष में हो। AI चाहे जितना स्मार्ट हो, लेकिन बाजार की अनिश्चितता के सामने कोई गारंटी नहीं दे सकता।
इस कहानी से एक बात साफ है – ट्रेडिंग की दुनिया में AI अब सिर्फ एक टूल नहीं, बल्कि एक नया साथी बनता जा रहा है। लेकिन बिना रिसर्च और समझ के सिर्फ AI पर भरोसा करना जोखिम भरा भी हो सकता है। आने वाले समय में ये देखना दिलचस्प होगा कि ये YOLO AI ट्रेंड कितना आगे जाता है।
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