भारत की मशहूर रिन्यूएबल एनर्जी कंपनी Suzlon Energy ने 17 अप्रैल को एक और बड़ी सफलता हासिल की है। कंपनी के शेयर में करीब 2% का उछाल आया और इसकी सबसे बड़ी वजह Suzlon ने Sunsure से 100.8 मेगावॉट का विंड एनर्जी EPC प्रोजेक्ट जीत लिया है, जो कि Sunsure की पवन ऊर्जा के क्षेत्र में पहली एंट्री भी है। यह प्रोजेक्ट महाराष्ट्र के जठ (Jath) इलाके में स्थापित किया जाएगा, जिससे राज्य में ग्रीन एनर्जी का स्तर और भी मजबूत हो जाएगा।

Sunsure की पहली विंड एनर्जी डील
Sunsure Energy अब तक मुख्य रूप से सोलर एनर्जी में काम करती थी, लेकिन इस बार उन्होंने पवन ऊर्जा में भी कदम रख लिया है और Suzlon को इस बड़ी जिम्मेदारी के लिए चुना है। इस डील के तहत Suzlon 48 एडवांस S120 विंड टर्बाइन जनरेटर (WTGs) सप्लाई करेगा, जिनमें Hybrid Lattice Towers (HLTs) तकनीक का इस्तेमाल होगा। हर टर्बाइन की क्षमता 2.1 मेगावॉट होगी, जिससे कुल मिलाकर 100.8 मेगावॉट की ग्रीन बिजली बनेगी। Suzlon न केवल टर्बाइन्स की सप्लाई करेगा बल्कि प्रोजेक्ट का पूरा कामकाज भी देखेगा – यानी कि इंस्टॉलेशन, कमीशनिंग और उसके बाद की Operations और Maintenance सेवाएं भी Suzlon ही करेगा।
महाराष्ट्र को मिलेगा 24×7 क्लीन पावर
यह प्रोजेक्ट Sunsure के रिन्यूएबल पोर्टफोलियो को तो मजबूत करेगा ही, साथ ही महाराष्ट्र के लाखों लोगों को भी फायदा पहुंचाएगा। इस प्रोजेक्ट से राज्य को ‘राउंड-द-क्लॉक’ यानी 24 घंटे बिजली मिल सकेगी और वो भी पूरी तरह से साफ और हरित ऊर्जा के रूप में। Suzlon का यह कदम भारत के उस बड़े लक्ष्य की तरफ है जिसमें 2030 तक देश को 500 GW नॉन-फॉसिल फ्यूल एनर्जी से लैस करना है।
IPPs को भी दिख रहा है विंड एनर्जी का फायदा
Suzlon के CEO जेपी चलसानी ने इस डील पर खुशी जताते हुए कहा कि अब IPPs (Independent Power Producers) भी विंड एनर्जी की ताकत को समझने लगे हैं। पवन ऊर्जा सिर्फ क्लीन नहीं होती, बल्कि यह सस्ती, स्थिर और लंबी अवधि में बेहद लाभदायक भी होती है। यह ट्रांजिशन भारत की एनर्जी जरूरतों को पूरा करने के साथ-साथ इकोनॉमी को भी नई दिशा देता है। Suzlon का यह कदम बड़े कॉरपोरेट्स को भी ग्रीन एनर्जी की तरफ आकर्षित कर रहा है और भारत को क्लीन एनर्जी सुपरपावर बनाने की दिशा में बड़ा रोल निभा रहा है।
Suzlon के शेयरों में 34% का उछाल, निवेशकों की नजर में बनी मजबूत कंपनी
अगर बात करें निवेशकों की, तो Suzlon ने बीते एक साल में करीब 34% का रिटर्न दिया है, जबकि इसी दौरान Nifty 50 सिर्फ 8% ऊपर गया है। ये आंकड़े बताते हैं कि Suzlon की ग्रोथ स्टोरी पर बाजार का भरोसा बना हुआ है। कंपनी लगातार बड़े प्रोजेक्ट्स जीत रही है और रिन्यूएबल एनर्जी के क्षेत्र में अपनी पकड़ मजबूत कर रही है। इस डील के साथ Suzlon न सिर्फ एक और बड़ा ऑर्डर लेकर आया है, बल्कि यह भी दिखाया है कि वो भारत की ऊर्जा क्रांति में लीडर बनने के लिए पूरी तरह तैयार है।
📢 Disclaimer: यह लेख सिर्फ जानकारी के उद्देश्य से है। किसी भी तरह का निवेश करने से पहले किसी वित्तीय विशेषज्ञ से सलाह लेना जरूरी है।
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