आज के समय में बिजली का खर्च हर घर की जेब पर भारी पड़ रहा है, खासकर उन घरों में जहां दो एसी चलते हैं। ऐसे में अगर आप बिजली का बिल आधा या जीरो करना चाहते हैं, तो सोलर सिस्टम सबसे बढ़िया ऑप्शन है। लेकिन सवाल ये है कि 2 एसी वाले घर के लिए कितने kW का सोलर सिस्टम चाहिए? इसकी कितनी कीमत आएगी और आपको सरकारी सब्सिडी कितनी मिलेगी? चलिए जानते हैं सब कुछ डिटेल में

कितने kW का सोलर सिस्टम चाहिए?
सोलर सिस्टम का साइज आपके AC की कैपेसिटी पर डिपेंड करता है। मान लीजिए, आपके घर में दो AC हैं। अगर दोनों 1.5 टन के हैं, तो आपको 5 kW का सोलर सिस्टम चाहिए। लेकिन अगर दोनों 1 टन के हैं, तो 3 kW का सिस्टम काफी है। अब ये कैसे तय होता है? चलिए इसको समझते हैं –
- 1.5 टन के 2 AC: एक 1.5 टन का AC औसतन 1.5-2 kW बिजली खींचता है। दो AC चलें तो करीब 3-4 kW की जरूरत पड़ेगी। इसके अलावा, घर में पंखे, लाइट्स, फ्रिज, टीवी जैसे बाकी उपकरण भी चलते हैं। इन सबको मिलाकर 5 kW का सिस्टम आपके घर के लिए परफेक्ट है। ये सिस्टम दिन में 20-25 यूनिट बिजली बना सकता है, जो गर्मियों में भी आपके बिल को कंट्रोल करेगा।
- 1 टन के 2 AC: एक 1 टन का AC करीब 1-1.2 kW बिजली लेता है। दो AC के लिए 2-2.5 kW चाहिए। बाकी घरेलू उपकरणों के साथ मिलाकर 3 kW का सिस्टम आपके लिए सही रहेगा। ये सिस्टम रोजाना 12-15 यूनिट बिजली जनरेट करेगा, जो छोटे परिवारों के लिए काफी है।
सोलर सिस्टम की कीमत कितनी?
2025 में सोलर सिस्टम की कीमत ब्रांड, क्वालिटी और टेक्नॉलजी पर डिपेंड करती है। औसतन, प्रति kW की कॉस्ट ₹50,000 से ₹60,000 के बीच है। चलिए इसे डिटेल में देखते हैं:
- 3 kW सोलर सिस्टम: इसकी कीमत करीब ₹1,50,000 से ₹1,80,000 तक हो सकती है। इसमें सोलर पैनल, इन्वर्टर, नेट मीटरिंग और इंस्टॉलेशन का खर्च शामिल है। अगर आप टाटा, लूम सोलर या अदानी जैसे ब्रांड चुनते हैं, तो कीमत थोड़ी ज्यादा हो सकती है, लेकिन क्वालिटी टॉप-नॉच होगी।
- 5 kW सोलर सिस्टम: इसकी कॉस्ट ₹2,50,000 से ₹3,00,000 के बीच रहती है। ये सिस्टम बड़े घरों के लिए बेस्ट है, जहां AC के साथ-साथ भारी उपकरण भी चलते हैं। मोनोक्रिस्टलाइन पैनल्स चुनें, क्योंकि ये ज्यादा एफिशिएंट होते हैं, हालांकि पॉलीक्रिस्टलाइन पैनल्स सस्ते पड़ते हैं।
सरकार से कितनी सब्सिडी मिलेगी?
अच्छी खबर यह है कि भारत सरकार सोलर पैनल लगाने वालों को PM Suryaghar Yojana के तहत भारी सब्सिडी दे रही है। 2025 में ये स्कीम और पॉपुलर हो चुकी है। सब्सिडी का अमाउंट सिस्टम की कैपेसिटी और राज्य पर डिपेंड करता है। चलिए देखते हैं –
- 3 kW सिस्टम: इस पर केंद्र सरकार से ₹78,000 तक की सब्सिडी मिल सकती है। कुछ राज्यों जैसे उत्तर प्रदेश में अतिरिक्त ₹30,000 की स्टेट सब्सिडी भी मिलती है। यानी टोटल सब्सिडी ₹1,00,000 के आसपास हो सकती है। इस हिसाब से आपका 3kW सिस्टम ₹50,000-₹80,000 में पड़ सकता है।
- 5 kW सिस्टम: इस पर भी ₹78,000 तक की सेंट्रल सब्सिडी मिलती है। कुछ राज्यों में अतिरिक्त सब्सिडी मिलने पर आपका खर्च ₹2,00,000 से कम हो सकता है। सब्सिडी का फायदा सिर्फ ऑन-ग्रिड सिस्टम पर मिलता है, जिसमें बैटरी नहीं होती है।
सब्सिडी लेने के लिए आपको https://pmsuryaghar.com पर रजिस्टर करना होगा। प्रोसेस आसान है और 3 महीने के अंदर सब्सिडी आपके अकाउंट में आ जाती है।
कुछ जरूरी टिप्स
- छत की जगह: 3 kW के लिए 300-400 वर्ग फीट और 5 kW के लिए 500-600 वर्ग फीट जगह चाहिए।
- ब्रांड चुनें समझदारी से: लूम सोलर, टाटा, या माइक्रोटेक जैसे भरोसेमंद ब्रांड्स लें।
- नेट मीटरिंग जरूरी: इससे आप एक्स्ट्रा बिजली ग्रिड को बेच सकते हैं और उसका पैसा कमा सकते हैं।
- मेंटेनेंस: सोलर पैनल्स को हर 6 महीने में साफ करें, ताकि उनकी एफिशिएंसी बनी रहे।
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