भारत की रिफाइनिंग इंडस्ट्री देश की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने में एक अहम भूमिका निभाती है। फिलहाल, इसकी सालाना क्षमता 249 मिलियन मीट्रिक टन से ज्यादा है और 2025 तक इसमें $87 बिलियन (लगभग ₹7.2 लाख करोड़) का भारी-भरकम निवेश होने जा रहा है। खासकर, $70 बिलियन (₹5.8 लाख करोड़) की लागत से बन रही West Coast Refinery इस सेक्टर में गेम-चेंजर साबित हो सकती है।

रिलायंस के शेयर में तेजी, गोल्डमैन सैक्स ने दी “BUY” की सलाह!
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) के शेयर हाल ही में ₹1,280 पर बंद हुए, जो पिछले ₹1,278.40 की तुलना में 0.13% की मामूली बढ़त दर्शाते हैं। लेकिन असली धमाका तब हुआ जब गोल्डमैन सैक्स ने रिलायंस के शेयर पर ‘BUY’ कॉल देते हुए इसका टारगेट प्राइस ₹1,640 तय कर दिया! यानी अगर ये अनुमान सही बैठता है, तो निवेशकों को 28% तक का जबरदस्त रिटर्न मिल सकता है।
गोल्डमैन सैक्स का मानना है कि रिलायंस का Q4 EBITDA स्थिर रहेगा, लेकिन निवेशकों का ध्यान मुख्य रूप से रिटेल ग्रोथ पर रहेगा। कंपनी का रिटेल कारोबार Q2 में 8.5% गिरा था, Q3 में 5.7% की रिकवरी हुई थी और अब Q4 में 6.5% की ग्रोथ का अनुमान है।
जियो और रिटेल बिजनेस का धमाका
गोल्डमैन सैक्स के अनुसार, Jio का रेवेन्यू इस तिमाही में 4% बढ़ सकता है, जो Bharti Airtel के अनुमानित ग्रोथ से 200 बेसिस पॉइंट ज्यादा है। साथ ही, रिलायंस FY26 के लिए अपने रिटेल ग्रोथ आउटलुक पर भी गाइडेंस दे सकता है। कंपनी ने पहले ही घोषणा की थी कि 2024 के अंत तक सोलर मॉड्यूल प्रोडक्शन शुरू होगा और 2025 के दूसरी छमाही में 30GWh बैटरी प्रोडक्शन शुरू किया जाएगा।
मशहूर ब्रोकरेज फर्म Jefferies ने अपने India Long-Only Portfolio में रिलायंस का वेटेज 2% बढ़ाया, जबकि HDFC बैंक और SBI का वेटेज 1% घटा दिया। यह एक पॉजिटिव संकेत है कि बड़े इन्वेस्टर्स रिलायंस में अधिक भरोसा जता रहे हैं।
रिलायंस के अन्य सेगमेंट में भी जबरदस्त परफॉर्मेंस
- हाइड्रोकार्बन बिजनेस: RIL का Hydrocarbon – Exploration & Production सेगमेंट $744 मिलियन (₹6,370 करोड़) का रेवेन्यू जनरेट कर रहा है, जो पिछली तिमाही से 2.5% ज्यादा है। EBITDA ₹5,565 करोड़ रहा, जिसमें 87.4% मार्जिन है।
- JioCloudPC & AI Cloud: रिलायंस ने हाल ही में JioCloudPC लॉन्च किया, जो एक पे-एज-यू-गो पर्सनल कंप्यूटिंग सर्विस है। साथ ही, AI Cloud भी लॉन्च किया, जो स्टोरेज को AI-पावर्ड फीचर्स के साथ बेहतर बनाएगा।
- FMCG बिजनेस: रिलायंस का FMCG रेवेन्यू ₹8,000 करोड़ को पार कर चुका है, जिससे कंपनी की उपभोक्ता उत्पादों में बढ़ती पकड़ साफ नजर आ रही है।
क्या रिलायंस के शेयर में निवेश करना सही रहेगा?
रिलायंस इंडस्ट्रीज लगातार रिटेल, डिजिटल सर्विसेज, हाइड्रोजन एनर्जी और सोलर जैसे नए क्षेत्रों में विस्तार कर रही है। हाल ही में, कंपनी ने ऑपरेशनल एफिशिएंसी और प्रोडक्टिविटी बढ़ाने पर फोकस किया है, जिससे कंपनी की लॉन्ग-टर्म ग्रोथ स्ट्रेटजी मजबूत लगती है। अगर आप लॉन्ग-टर्म निवेशक हैं, तो इस समय रिलायंस के शेयर खरीदना फायदेमंद हो सकता है, क्योंकि गोल्डमैन सैक्स और जेफरीज जैसी बड़ी फर्म्स इस पर भरोसा जता रही हैं।
नोट: यह आर्टिकल सिर्फ जानकारी के लिए है। निवेश करने से पहले किसी फाइनेंशियल एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें।
यह भी पढ़े – 👉 BSF के 10 बॉर्डर पोस्ट पर लगेंगे सोलर प्लांट! इस Solar कंपनी को मिला ₹3 करोड़ का बड़ा ऑर्डर