सोलर एनर्जी की दुनिया में एक नई क्रांति की शुरुआत हो चुकी है। वैज्ञानिकों ने Quantum Dots (QD) नाम की नैनो तकनीक के जरिये सोलर पैनल्स को 10 गुना पावरफुल बनाने का तरीका खोज लिया है। Quantum Dots असल में बेहद छोटे सेमीकंडक्टर पार्टिकल्स होते हैं, जो सिर्फ कुछ नैनोमीटर के आकार के होते हैं। एक इंसानी बाल की मोटाई के मुकाबले ये करीब 1000 गुना छोटे होते हैं। ये Silicon, Germanium जैसे एकल तत्वों से या फिर CdS, CdSe जैसे यौगिकों से बनाए जा सकते हैं। Quantum Dots की खासियत यह है कि इनके साइज को बदला जा सकता है, जिससे ये अलग-अलग रंगों में दिखाई देते हैं और सूरज की रोशनी को ज्यादा बेहतर तरीके से सोख पाते हैं।

सोलर पैनल्स में यह कैसे करते हैं कमाल?
Quantum Dots में ऐसी अनोखी इलेक्ट्रिकल और ऑप्टिकल विशेषताएं होती हैं जो सोलर सेल्स की क्षमता को नई ऊंचाई तक पहुंचा देती हैं। इन कणों का सतह क्षेत्र काफी ज्यादा होता है, जिससे इलेक्ट्रॉन्स और होल्स एक संकुचित क्षेत्र में ट्रैप हो जाते हैं और ऊर्जा का नुकसान कम होता है। साइज को कस्टमाइज़ करने की क्षमता के कारण ये सूरज की किरणों के विभिन्न तरंगदैर्ध्य (wavelengths) को आसानी से कैप्चर कर सकते हैं, जिससे ज्यादा बिजली बनाई जा सकती है। इसके अलावा, ये सोलर सेल्स को ज्यादा स्थायित्व देते हैं, यानी ये लंबे समय तक बिना परफॉर्मेंस घटे काम करते हैं।
वैज्ञानिकों की नई तकनीक: PLIC मेथड
University of Tokyo और University of California के वैज्ञानिकों ने Quantum Dots को Perovskite Solar Cells (PSCs) में जोड़ने के लिए Pulsed Laser Irradiation in Colloids (PLIC) नाम की तकनीक विकसित की है। इस मेथड से Quantum Dots का साइज बेहद सटीक तरीके से कंट्रोल किया जा सकता है। इससे न सिर्फ परोव्स्काइट की परत में मौजूद दोषों को सुधारा जा सकता है, बल्कि इलेक्ट्रिक चार्ज का बहाव भी बेहतर होता है।
रिसर्च में यह भी सामने आया है कि Galinstan से बने Liquid Metal QDs की मदद से PSC की Power Conversion Efficiency (PCE) को 21.32% तक बढ़ाया जा सकता है, जबकि Carbon QDs के उपयोग से यह 14.95% तक पहुँच चुकी है। यह साबित करता है कि Quantum Dots की मदद से सोलर सेल्स की परफॉर्मेंस में जबरदस्त इजाफा संभव है।
भविष्य की ऊर्जा का नया रास्ता
Quantum Dot तकनीक आने वाले समय में सोलर इंडस्ट्री की तस्वीर पूरी तरह बदल सकती है। एक ओर जहां यह तकनीक सोलर पैनल्स को ज्यादा एफिशिएंट और लॉन्ग-लास्टिंग बना रही है, वहीं दूसरी ओर इसकी लागत भी अपेक्षाकृत कम है। इसका मतलब है कि भविष्य में आम लोग भी अधिक पावरफुल और टिकाऊ सोलर सिस्टम अपने घरों में सस्ती कीमत पर लगा सकेंगे।
इस टेक्नोलॉजी की मदद से मोबाइल चार्जिंग से लेकर इलेक्ट्रिक वाहनों की बैटरी चार्जिंग तक हर क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव आने की संभावना है। यह कहना गलत नहीं होगा कि Quantum Dot तकनीक सोलर एनर्जी को सिर्फ एक विकल्प नहीं बल्कि सबसे भरोसेमंद समाधान बनाने की दिशा में बड़ा कदम है।
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