आजकल बिजली का बिल देखकर हर किसी का सिर चकरा जाता है। ऐसे में सोलर पैनल न सिर्फ पैसे बचाने का शानदार तरीका है, बल्कि ये पर्यावरण के लिए भी फायदेमंद है। पतंजलि, जो कि अपने आयुर्वेदिक प्रोडक्ट्स के लिए जाना जाता है, अब सोलर पैनल्स में भी अपना योगदान दे रहा है। अगर आप Patanjali के 3 किलोवाट सोलर पैनल लगाने की सोच रहे हैं, तो यह आर्टिकल आपके लिए है। हम आपको बताएंगे कि इसकी कुल लागत कितनी है, सब्सिडी के बाद कितना खर्च बचेगा और कुछ ऐसी टिप्स जो आपके काम आएंगी। चलिए, शुरू करते हैं!

3 किलोवाट सोलर पैनल की जरूरत क्यों?
3 किलोवाट का सोलर सिस्टम मध्यम आकार के घरों के लिए परफेक्ट है। यह सिस्टम रोजाना 12-15 यूनिट बिजली बना सकता है, जो कि 3-4 कमरों वाले घर के लिए काफी है। इसमें आप फ्रिज, AC, पंखे, लाइट्स और छोटे-मोटे गैजेट्स आसानी से चला सकते हैं। Patanjali के सोलर पैनल्स क्वालिटी और किफायती दाम के लिए जाने जाते हैं, और इनके साथ आपको ब्रांड का भरोसा भी मिलता है।
कुल खर्च कितना आएगा?
2025 में भारत में एक 3 किलोवाट सोलर सिस्टम की औसत लागत ₹1.80 लाख से ₹2.20 लाख तक हो सकती है। इसमें शामिल है:
- सोलर पैनल्स: Patanjali के पैनल्स की कीमत करीब ₹30-35 प्रति वाट है। यानी 3,000 वाट के लिए ₹90,000 से ₹1,05,000।
- इनवर्टर: एक अच्छा सोलर इनवर्टर ₹30,000 से ₹50,000 का।
- बैटरी: अगर आप ऑफ-ग्रिड सिस्टम चाहते हैं, तो बैटरी का खर्च ₹20,000 से ₹40,000।
- इंस्टॉलेशन और अन्य सामान: वायरिंग, माउंटिंग स्ट्रक्चर, और इंस्टॉलेशन चार्जेस में ₹20,000 से ₹30,000।
- मेंटेनेंस कॉस्ट: पहले साल मेंटेनेंस फ्री होता है, लेकिन बाद में सालाना ₹2,000-₹5,000 का खर्च आ सकता है।
Patanjali के सोलर सिस्टम की कीमत थोड़ी कम या ज्यादा हो सकती है, यह डिपेंड करता है कि आप ऑन-ग्रिड सिस्टम ले रहे हैं या ऑफ-ग्रिड। ऑन-ग्रिड सिस्टम में बैटरी की जरूरत नहीं होती है, इसलिए यह थोड़ा सस्ता पड़ता है।
सब्सिडी का क्या सीन है?
अच्छी खबर यह है कि केंद्र और राज्य सरकारें सोलर पैनल्स पर भारी सब्सिडी दे रही हैं। 2025 में लेटेस्ट जानकारी के मुताबिक:
- केंद्र सरकार की सब्सिडी: 3 किलोवाट सोलर सिस्टम पर ₹78,000 तक की सब्सिडी मिल सकती है।
- राज्य सरकार की अतिरिक्त सब्सिडी: हरियाणा में ₹50,000, UP में ₹30,000 की, राजस्थान में ₹17,000 अतिरिक्त सब्सिडी दी जा रही है। यानी कुल मिलाकर ₹1 लाख से ज्यादा की सब्सिडी मिल जाती है।
अगर आप ₹1.80 लाख के सिस्टम पर यह सब्सिडी अप्लाई करते हैं, तो आपका खर्च घटकर सिर्फ ₹72,000 रह जाएगा। यह एक जबरदस्त डील है, क्योंकि इतने कम खर्च में आप लंबे समय तक फ्री बिजली का मजा ले सकते हैं।
सब्सिडी कैसे मिलेगी?
सब्सिडी लेने के लिए आपको कुछ स्टेप्स फॉलो करने होंगे:
- अथॉराइज्ड वेंडर चुनें: Patanjali के ऑफिशियल डीलर्स या MNRE (Ministry of New and Renewable Energy) से अप्रूव्ड वेंडर्स से ही सिस्टम खरीदें।
- ऑनलाइन अप्लाई करें: PM Suryaghar Yojana की वेबसाइट पर जाकर रजिस्ट्रेशन करें। आपको बेसिक डॉक्यूमेंट्स जैसे आधार कार्ड, बिजली बिल, और घर का प्रूफ देना होगा।
- इंस्टॉलेशन और वेरिफिकेशन: सिस्टम इंस्टॉल होने के बाद सरकार का इंस्पेक्शन होगा। सबकुछ ठीक रहा तो सब्सिडी आपके बैंक अकाउंट में आ जाएगी।
Patanjali सोलर पैनल्स क्यों चुनें?
- क्वालिटी: Patanjali के पैनल्स हाई-एफिशिएंसी वाले हैं और लंबी वारंटी (25 साल तक) के साथ आते हैं।
- लोकल सपोर्ट: भारत में बने होने की वजह से स्पेयर पार्ट्स और सर्विस आसानी से मिल जाती है।
- किफायती: दूसरे ब्रांड्स की तुलना में Patanjali के पैनल्स थोड़े सस्ते हैं, खासकर सब्सिडी के साथ।
क्या ध्यान रखें?
- सही वेंडर: हमेशा चेक करें कि वेंडर सरकार से अप्रूव्ड है, नहीं तो सब्सिडी नहीं मिलेगी।
- छत की जगह: 3 किलोवाट सिस्टम के लिए करीब 300 स्क्वायर फीट खाली जगह चाहिए।
- बिजली की जरूरत: अगर आपका बिजली बिल महीने में 500-600 यूनिट से कम है, तो शायद 2 किलोवाट सिस्टम भी काफी हो।
कितना बचाएंगे?
3 किलोवाट सिस्टम से आप हर महीने 400-500 यूनिट बिजली बचा सकते हैं। अगर 1 यूनिट की कीमत ₹8 है, तो आप हर महीने ₹3,200-₹4,000 की बचत कर सकते हैं। यानी साल में ₹38,400-₹48,000! इस हिसाब से आपका ₹72,000 का निवेश 2-3 साल में रिकवर हो जाएगा। इसके बाद तो फ्री बिजली का मजा है!
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