टेक्नोलॉजी की दुनिया में हर दिन कुछ नया देखने को मिलता है। लेकिन जब Elon Musk जैसे दिग्गज किसी को अपनी कंपनी से निकालते हैं, तो वो खबर बन जाती है। और जब वह व्यक्ति, जो पहले IIT ग्रेजुएट रह चुका हो और 100 करोड़ रुपये की सैलरी पा रहा हो, खुद की AI कंपनी खड़ी कर ले, तब यह खबर और भी दिलचस्प हो जाती है! आइए जानते हैं कि आखिर Elon Musk ने जिसे कंपनी से निकाला, वह कैसे बना AI इंडस्ट्री का नया किंग और इसका भारत से क्या खास कनेक्शन है!

Parag Agarwal: X के CEO से AI की दुनिया तक का सफर
दुनिया की सबसे बड़ी टेक जाइंट कंपनियों को आजकल IIT ग्रेजुएट्स ही चला रहे हैं। ऐसा ही एक भारतीय मूल का लड़का, Parag Agarwal, जिसका सैलरी पैकेज ₹100 करोड़ का था, उसे Elon Musk ने अपनी कंपनी X (पहले ट्विटर) से निकाल दिया। लेकिन Parag ने हिम्मत नहीं हारी और अब वह अपनी खुद की AI फर्म चला रहे हैं।
Parag, जो कि IIT बॉम्बे के पूर्व छात्र हैं, ने अपनी मेहनत और प्रतिभा से ट्विटर के सीईओ का पद हासिल किया था। IIT-JEE में उनकी ऑल इंडिया रैंक (AIR) 77 थी और उनका करियर काफी पॉपुलर था। जब उन्होंने ट्विटर के सीईओ का पद संभाला, तो उनकी सैलरी ₹8 करोड़ थी, जिसे प्रतिबंधित स्टॉक इकाइयों के साथ ₹100 करोड़ से भी अधिक का बनाया गया था।
Elon Musk की एंट्री और Parag का ट्विटर से बाहर होना
Elon Musk ने ट्विटर को $44 बिलियन में खरीदने के बाद, कई प्रमुख कार्यकारी परिवर्तन किए। उन्होंने सबसे पहले Parag Agarwal को निकालने का फैसला किया। एक रिपोर्ट के अनुसार, Musk ने Parag को उस अकाउंट को ब्लॉक करने के लिए कहा था, जो Musk के प्राइवेट जेट की लोकेशन को ट्रैक कर रहा था। Parag ने इस रिक्वेस्ट को अस्वीकार कर दिया और इसी के बाद Musk ने उन्हें बर्खास्त कर दिया।
Elon Musk ने Parag के साथ कुछ अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को भी कंपनी से हटा दिया। Parag ने इसके बाद मस्क पर मुकदमा दायर किया, जिसमें उन्होंने दावा किया कि उन्हें ₹1000 करोड़ से अधिक के विदाई भुगतान से वंचित किया गया था। हालांकि, नौकरी जाने के बावजूद, Parag ने अपनी राह खुद बनाई और AI की दुनिया में कदम रखा।
Parag की नई AI कंपनी और 249 करोड़ की फंडिंग
नौकरी से निकाले जाने के बाद, Parag Agarwal ने खुद की AI कंपनी शुरू की। उनकी इस कंपनी का मकसद लार्ज लैंग्वेज मॉडल्स के लिए सॉफ्टवेयर डेवलप करना है, जो OpenAI के चैटजीपीटी जैसी टेक्नोलॉजी पर आधारित है।
Parag की कंपनी का काम LLMs को और एडवांस करने पर केंद्रित है, जिससे AI टूल्स और सॉफ़्टवेयर अधिक सहज और शक्तिशाली बन सकें। इसका मतलब है कि AI-powered चैटबॉट्स, वर्चुअल असिस्टेंट्स और ऑटोमेटेड टेक्स्ट जेनरेशन जैसी सेवाएं और भी स्मार्ट और उपयोगकर्ता के लिए सहज हो जाएंगी।
Parag ने अपने इस नए वेंचर के लिए ₹249 करोड़ की फंडिंग जुटाई है। इस फंडिंग का नेतृत्व Vinod Khosla की Khosla Ventures ने किया और OpenAI के शुरुआती सपोर्टर्स ने भी इसमें भाग लिया। इसके अलावा, Index Ventures और First Round Capital ने भी फंडिंग में योगदान दिया। Parag का यह कदम AI इंडस्ट्री में एक नया चैप्टर खोलने के रूप में देखा जा रहा है।
भारत से खास कनेक्शन: IIT और ग्लोबल टेक लीडरशिप
Parag Agarwal का यह सफर इस बात का बेहतरीन उदाहरण है कि कैसे भारतीय टैलेंट दुनिया की सबसे बड़ी टेक कंपनियों में अपनी जगह बना रहा है। IIT ग्रेजुएट्स ने न केवल भारत बल्कि ग्लोबली भी अपना डंका बजाया है। चाहे वह Sundar Pichai हों जो गूगल के सीईओ हैं, या Satya Nadella जो माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ हैं और अब Parag Agarwal जिन्होंने ट्विटर और अब AI इंडस्ट्री में अपना झंडा गाड़ा है।
यह साफ है कि भारतीय टेक्नोलॉजी और इनोवेशन में अग्रणी हो रहे हैं और Parag की कहानी सिर्फ एक शुरुआत है। उनका नया AI वेंचर भारत के उन युवाओं के लिए भी प्रेरणा है, जो टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में कुछ बड़ा करना चाहते हैं।
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