एलन मस्क एक बार फिर दुनिया को चौंका चुके हैं। टेस्ला, स्पेसएक्स और X (पहले ट्विटर) जैसी कंपनियों के बाद अब उन्होंने तकनीक की दुनिया में नया धमाका किया है। मस्क ने “Macrohard” नाम से एक AI-संचालित सॉफ्टवेयर कंपनी लॉन्च करने का ऐलान किया है। यह नाम मजाकिया जरूर लगता है, लेकिन मस्क का दावा है कि यह एक बेहद गंभीर और क्रांतिकारी प्रोजेक्ट है। उन्होंने इसे X (ट्विटर) पर अनाउंस किया और कहा कि Macrohard पूरी तरह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित होगा।

Macrohard का उद्देश्य पारंपरिक सॉफ्टवेयर कंपनियों, खासकर Microsoft, को सीधी चुनौती देना है। मस्क का कहना है कि चूंकि Microsoft जैसी कंपनियां खुद हार्डवेयर नहीं बनातीं, इसलिए उन्हें AI के जरिए री-क्रिएट करना संभव है। यही नहीं, Macrohard दर्जनों नहीं बल्कि सैकड़ों AI एजेंट्स को एक साथ मिलाकर काम करेगा, जो कोडिंग से लेकर इमेज और वीडियो प्रोसेसिंग तक इंसानों जैसी क्षमता दिखाएंगे।
Microsoft के साम्राज्य को सीधी चुनौती
Microsoft की पकड़ वर्ड, एक्सेल और पावरपॉइंट जैसे प्रोडक्टिविटी टूल्स पर सालों से मजबूत रही है। अब मस्क का दावा है कि Macrohard इन टूल्स का AI वर्जन लेकर आएगा, जहां इंसानों की बजाय स्मार्ट AI एजेंट्स बैकग्राउंड में काम करेंगे। इसका मतलब यह हो सकता है कि भविष्य में डॉक्यूमेंट बनाना, डाटा एनालिसिस करना या प्रेजेंटेशन तैयार करना कुछ सेकंड का काम रह जाएगा।
पिछले महीने मस्क ने xAI के Grok चैटबॉट के जरिए मल्टी-एजेंट AI कंपनी बनाने का संकेत दिया था। अब Macrohard उसी विचार को आगे बढ़ाकर सामने आया है। दिलचस्प बात यह है कि Macrohard का ट्रेडमार्क अमेरिका में रजिस्टर भी हो चुका है, यानी यह कोई सिर्फ ट्विटर पोस्ट वाला मजाक नहीं बल्कि वास्तविक योजना है।
सुपरकंप्यूटर Colossus से मिलेगी ताकत
Macrohard को चलाने के लिए मस्क अपनी कंपनी xAI के सुपरकंप्यूटर “Colossus” पर निर्भर कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि यह सुपरकंप्यूटर लाखों Nvidia GPU से लैस होगा, जो इसे OpenAI और Meta जैसी दिग्गज कंपनियों की बराबरी पर खड़ा करेगा।
हालांकि रास्ता आसान नहीं है। जनरेटिव AI की दुनिया में पहले से ही जबरदस्त प्रतिस्पर्धा है। Google, Microsoft और OpenAI जैसी कंपनियां पहले से ही इस रेस में आगे हैं। लेकिन मस्क अपने बेबाक और आक्रामक अंदाज के लिए जाने जाते हैं। Macrohard का नाम ही बताता है कि यह प्रोजेक्ट Microsoft जैसे “हार्ड” प्रतिद्वंद्वी को टक्कर देने के लिए ही बनाया गया है।
अब देखना यह होगा कि क्या Macrohard वाकई वर्ड, एक्सेल और पावरपॉइंट जैसे टूल्स को रिप्लेस कर पाएगा या यह सिर्फ मस्क का एक और प्रयोग रह जाएगा। इतना तय है कि उनकी इस नई पहल ने टेक वर्ल्ड में हलचल जरूर मचा दी है।