Google ने दिसंबर 2024 में अपने Labs प्रोजेक्ट के तहत Jules को पेश किया था और अब इसे आधिकारिक रूप से लॉन्च कर दिया है। कंपनी ने इस AI coding agent को Gemini 2.5 Pro मॉडल पर तैयार किया है, जिससे कोड आउटपुट की क्वालिटी पहले से कहीं बेहतर हो गई है। Jules asynchronous operation में काम करता है, यानी यह बैकग्राउंड में कोड लिखने, टेस्ट करने और सुधारने का काम बिना यूजर की निगरानी के करता है। इसमें multimodal input और output का सपोर्ट है, जिससे टेक्स्ट, इमेज या अन्य फॉर्मेट में इनपुट लेकर विजुअल रिजल्ट दिखाना संभव है। यह फीचर डेवलपर्स, डिजाइनर्स और शुरुआती यूजर्स के लिए बेहद मददगार है।

Beta Phase में मिली सफलता
Beta testing के दौरान Jules को यूजर्स से बेहतरीन रिस्पॉन्स मिला। इस फेज में लाखों टास्क सबमिट हुए और 1.4 लाख से ज्यादा कोड इम्प्रूवमेंट पब्लिकली शेयर किए गए। यह दिखाता है कि Jules सिर्फ नया कोड जेनरेट करने में ही नहीं बल्कि मौजूदा कोड को ऑप्टिमाइज़ करने में भी माहिर है। इसकी परफॉर्मेंस ने Google को इतना कॉन्फिडेंस दिया कि अब इसे बड़े पैमाने पर उपलब्ध करा दिया गया है।
प्राइसिंग और प्लान्स
Jules को तीन प्लान्स में लॉन्च किया गया है – Free, Pro और Ultra। Free प्लान में 15 डेली टास्क और 3 concurrent टास्क की लिमिट है, लेकिन इसमें भी वही Gemini 2.5 Pro मॉडल मिलता है। Pro प्लान की कीमत $124.99 प्रति माह है, जिसमें 100 डेली टास्क और 15 concurrent टास्क का सपोर्ट है। Ultra प्लान $199.99 प्रति माह का है, जिसमें 300 डेली टास्क और 60 concurrent टास्क की सुविधा के साथ प्रायोरिटी एक्सेस मिलता है। Pro और Ultra प्लान्स को लेटेस्ट मॉडल्स का पहले एक्सेस भी दिया जाता है।
डेवलपर्स के लिए बड़ा बदलाव
Jules डेवलपर्स के लिए एक गेम-चेंजर साबित हो सकता है क्योंकि यह 24/7 बैकग्राउंड में कोडिंग कर सकता है। वेबसाइट डिजाइनिंग, एप डेवलपमेंट, डिबगिंग और कोड ऑप्टिमाइजेशन जैसे काम अब पहले से ज्यादा तेज़ी और आसानी से होंगे। Google का मानना है कि यह टूल न सिर्फ प्रोफेशनल डेवलपर्स बल्कि नॉन-कोडर्स के लिए भी फायदेमंद होगा। अगर Jules अपनी परफॉर्मेंस बनाए रखता है, तो यह GitHub Copilot जैसे AI coding assistants के लिए एक कड़ा मुकाबला साबित होगा।