पिछले साल, एक टॉप AI कंपनी के CEO से पूछा गया कि उनकी कंपनी दूसरों से अलग कैसे है, जो बड़े-बड़े AI मॉडल बना रही हैं, जैसे कि ChatGPT के पीछे के सिस्टम। उनका जवाब था: “हमने बाकी से सबसे ज़्यादा पैसे जुटाए हैं। यही हमारी ताकत है।” लेकिन यह सोच कि ‘सिर्फ पैसे से सब कुछ जीता जा सकता है’ अब उन्हें भारी पड़ रही है।

चीन की AI कंपनी DeepSeek ने महज़ एक अमेरिकी AI एग्जीक्यूटिव की सैलरी जितने खर्च में एक दमदार AI मॉडल बना दिया है। इसने Meta जैसी बड़ी कंपनियों को पीछे छोड़ दिया है। DeepSeek के इनोवेशन ने AI इंडस्ट्री का पावर बैलेंस बदल दिया है। अब Silicon Valley के टेक जायंट्स को समझ आ रहा है कि AI की रेस में जीतना इतना आसान नहीं है।
DeepSeek ने दिखाया कम पैसों में बड़ा काम
सोमवार को Wall Street में खलबली मच गई। Nasdaq 100 फ्यूचर्स 3% गिर गए, जिससे टेक कंपनियों को करीब 1 ट्रिलियन डॉलर का नुकसान हुआ। इसका कारण?
Meta और OpenAI जैसी कंपनियां अरबों डॉलर AI में झोंक चुकी हैं। OpenAI ने अब तक $6.6 बिलियन जुटाए हैं और Meta ने इस साल AI प्रोजेक्ट्स पर $65 बिलियन खर्च करने की प्लानिंग की है। लेकिन DeepSeek ने सिर्फ $6 मिलियन के खर्च पर ऐसा AI मॉडल बना दिया, जो ChatGPT जितना ही ताकतवर है।
DeepSeek का R1 मॉडल जनवरी 20 को रिलीज़ हुआ। यह मॉडल न सिर्फ chain-of-thought reasoning कर सकता है बल्कि यह यूजर्स के बीच भी पॉपुलर हो गया है। अमेरिका, यूके और कनाडा के ऐप स्टोर्स में यह टॉप पर चल रहा है। सबसे बड़ी बात, यह ओपन-सोर्स और पर्सनल यूज के लिए फ्री है।
Silicon Valley की गलतियां और DeepSeek की सीख
Silicon Valley की बड़ी कंपनियां अब समझ रही हैं कि उन्होंने AI के इगो वॉर में पैसे बर्बाद कर दिए। वो बस बड़े मॉडल बनाने की होड़ में लग गए। “मेरा मॉडल सबसे बड़ा है” वाली सोच ने उन्हें असली इनोवेशन से दूर कर दिया।
लेकिन DeepSeek ने दिखाया कि AI को सस्ता और उपयोगी बनाना ज़्यादा जरूरी है। जब छोटी कंपनियां भी बड़े-बड़े काम AI से कर सकती हैं, तो टेक्नोलॉजी का फायदा पूरी दुनिया को होगा।
OpenAI और Meta को क्यों है डर?
DeepSeek की सफलता ने साबित किया है कि सिर्फ बड़े मॉडल और महंगे चिप्स काफी नहीं हैं। चीन की कंपनियां अमेरिकी चिप प्रतिबंधों के कारण ज्यादा efficient और creative solutions बना रही हैं।
हालांकि, Silicon Valley के लिए अभी उम्मीद बाकी है। DeepSeek ने यह भी दिखा दिया कि AI की संभावनाएं खत्म नहीं हुई हैं। नई इनोवेशन और सीमाओं को तोड़ने के रास्ते हमेशा होते हैं।
“कम पैसों में ज्यादा करो” – नई AI रेस की सच्चाई
DeepSeek की वजह से AI इंडस्ट्री में एक नई सोच पैदा हुई है। पहले बड़ी कंपनियां ही इस टेक्नोलॉजी से पैसा कमा रही थीं। लेकिन अब AI को सस्ता और ज्यादा उपयोगी बनाना जरूरी हो गया है।
OpenAI के CEO Sam Altman और बाकी AI लीडर्स अब उसी हाल में हैं जैसे वो लोग, जिनकी नौकरियां उनके AI सिस्टम ने छीन ली हैं। उन्हें अब “कम में ज्यादा” करना होगा, वरना वो भी रेस से बाहर हो सकते हैं।
Sam Altman का बयान
Sam Altman ने आज सुबह एक पोस्ट में DeepSeek R1 की तारीफ करते हुए इसे एक “इम्प्रेसिव मॉडल” कहा। उन्होंने लिखा, “DeepSeek का R1 मॉडल काफी इम्प्रेसिव है, खासकर जिस कीमत पर यह इतना कुछ ऑफर कर रहा है।”
सिर्फ इतना ही नहीं, Altman ने यह भी माना कि मार्केट में एक नए और मजबूत कंपटीटर का होना उत्साहजनक है। उन्होंने अपने बयान में आत्मविश्वास दिखाते हुए कहा, “हम निश्चित रूप से इससे भी बेहतर मॉडल लाएंगे, लेकिन एक नए कंपटीटर का आना वाकई एनर्जेटिक फील देता है!”
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