आजकल बिजली के बिल से छुटकारा पाने और एनर्जी को सस्टेनेबल तरीके से इस्तेमाल करने के लिए लोग सोलर सिस्टम की तरफ बढ़ रहे हैं। खासकर 1kW सोलर सिस्टम छोटे घरों या बेसिक जरूरतों के लिए एकदम परफेक्ट ऑप्शन है। लेकिन सवाल यह आता है कि 1kW सोलर सिस्टम के लिए कितनी बैटरी चाहिए? और कौन से बैटरी ब्रांड्स 2025 में बेस्ट हैं? अगर आप भी यह सोच रहे हैं, तो यह आर्टिकल आपके लिए ही है। चलिए, इसे आसान और मजेदार तरीके से समझते हैं!

1kW Solar System क्या है?
सबसे पहले बेसिक बात समझ लें। 1kW सोलर सिस्टम मतलब 1000 वॉट का सिस्टम, जो दिन में 4-5 यूनिट बिजली बना सकता है। यह सिस्टम लाइट, फैन, कूलर, टीवी, फ्रिज जैसे नॉर्मल घरेलू उपकरण चलाने के लिए काफी है। लेकिन रात में या जब सूरज नहीं होता, तब बिजली स्टोर करने के लिए बैटरी चाहिए होती है। तो बैटरी की जरूरत आपके सिस्टम के टाइप और यूज पर डिपेंड करती है।
कितनी बैटरी चाहिए?
1kW सोलर सिस्टम के लिए बैटरी की संख्या इस बात पर निर्भर करती है कि आप कितने घंटे का बैकअप चाहते हैं और आपका लोड कितना है। आमतौर पर ऑफ-ग्रिड या हाइब्रिड सोलर सिस्टम में बैटरी यूज होती है, क्योंकि ऑन-ग्रिड सिस्टम ग्रिड से डायरेक्ट चलता है।
- लोड का हिसाब: मान लीजिए आप 400-500 वॉट का लोड चलाते हैं (जैसे 2 फैन, 4 LED लाइट, 1 टीवी) और 8-10 घंटे का बैकअप चाहिए। इसके लिए आपको लगभग 1000-1200 वॉट-आवर (Wh) की एनर्जी स्टोर करनी होगी।
- बैटरी कैपेसिटी: ज्यादातर सोलर सिस्टम में 12V की बैटरी यूज होती है। अगर 1200Wh चाहिए, तो 12V की 100Ah (Ampere-hour) की 2 बैटरी या 150Ah की 1 बैटरी काफी होगी। लेकिन सेफ्टी और लॉन्ग बैकअप के लिए लोग 150Ah की 2 बैटरी लगाना पसंद करते हैं। यानी टोटल 300Ah।
- 2025 का ट्रेंड: आजकल लिथियम-आयन बैटरी का चलन बढ़ रहा है। एक 12V, 100Ah की लिथियम बैटरी भी 1kW सिस्टम के लिए काफी हो सकती है, क्योंकि ये लेड-एसिड बैटरी से ज्यादा एफिशिएंट और लाइटवेट होती हैं।
बैटरी टाइप: कौन सा बेहतर?
बैटरी चुनते वक्त दो ऑप्शन सामने आते हैं – लेड-एसिड और लिथियम-आयन। चलिए दोनों को चेक करते हैं:
- लेड-एसिड बैटरी
- कीमत: 150Ah की बैटरी 15,000-18,000 रुपये में मिल जाती है।
- खासियत: सस्ती, आसानी से उपलब्ध, लेकिन भारी और मेंटेनेंस चाहिए।
- लाइफ: 3-5 साल, अगर अच्छे से यूज करें।
- लिथियम-आयन बैटरी
- कीमत: 100Ah की बैटरी 25,000-35,000 रुपये तक।
- खासियत: हल्की, मेंटेनेंस-फ्री, तेज चार्जिंग, और 8-10 साल तक चलती है।
- 2025 में क्यों बेस्ट? एनर्जी डेंसिटी ज्यादा होने से कम स्पेस में ज्यादा पावर स्टोर करती है।
बेस्ट बैटरी ब्रांड्स 2025
अब बात करते हैं उन ब्रांड्स की, जो 2025 में टॉप पर हैं। ये ब्रांड्स क्वालिटी, परफॉर्मेंस और कस्टमर सपोर्ट के लिए जाने जाते हैं:
- Luminous
- क्यों चुनें? सोलर बैटरी में पुराना नाम, अफोर्डेबल और भरोसेमंद।
- बेस्ट प्रोडक्ट: Luminous RedCharge 150Ah लेड-एसिड बैटरी।
- कीमत: लगभग 17,000 रुपये।
- Exide
- क्यों चुनें? टिकाऊ और लंबी वारंटी के लिए मशहूर।
- बेस्ट प्रोडक्ट: Exide Solar 150Ah Tubular Battery।
- कीमत: 16,500-18,000 रुपये।
- Loom Solar
- क्यों चुनें? सोलर सिस्टम के साथ बैटरी का पूरा सॉल्यूशन देता है।
- बेस्ट प्रोडक्ट: Loom Lithium 100Ah बैटरी।
- कीमत: 30,000 रुपये के आसपास।
- Tesla Powerwall (लिथियम-आयन)
- क्यों चुनें? प्रीमियम ऑप्शन, हाई-टेक फीचर्स और लंबी लाइफ।
- बेस्ट प्रोडक्ट: Tesla Powerwall 2 (छोटे सिस्टम के लिए कस्टमाइज्ड वर्जन)।
- कीमत: 50,000+ रुपये (इंपोर्टेड)।
- UTL
- क्यों चुनें? बजट में अच्छा परफॉर्मेंस, सोलर यूजर्स की पसंद।
- बेस्ट प्रोडक्ट: UTL 150Ah Solar Battery।
- कीमत: 15,500-17,000 रुपये।
बैटरी चुनते वक्त टिप्स
- बैकअप टाइम: रात में कितने घंटे चलाना है, ये पहले डिसाइड करें।
- बजट: अगर कम खर्च करना चाहते हैं, तो लेड-एसिड लें। लॉन्ग-टर्म के लिए लिथियम-आयन बेस्ट है।
- मेंटेनेंस: लिथियम बैटरी में पानी भरने का झंझट नहीं, जो टाइम बचाता है।
- सोलर पैनल साइज: 1kW सिस्टम के लिए 330W के 3 पैनल आमतौर पर यूज होते हैं, तो बैटरी चार्जिंग कैपेसिटी चेक करें।
खर्चा कितना आएगा?
अगर आप 1kW ऑफ-ग्रिड सोलर सिस्टम लगाते हैं:
- सोलर पैनल + इन्वर्टर: 40,000-50,000 रुपये।
- बैटरी (2 x 150Ah लेड-एसिड): 30,000-35,000 रुपये।
- टोटल: 70,000-85,000 रुपये।
लिथियम बैटरी के साथ ये कॉस्ट 90,000 तक जा सकता है। लेकिन सब्सिडी का फायदा उठाएं, तो 60% तक बचत हो सकती है।
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