सोलर एनर्जी अब हर घर का सपना बन चुका है। बिजली के बिल कम करने के लिए सोलर पैनल एक बेहतरीन ऑप्शन है। सौर ऊर्जा का उपयोग दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। सरकार भी इसे पीएम सुर्यघर मुफ्त बिजली योजना के तहत काफी बढ़ावा दे रही है। आज हम बात करेंगे 4kW सोलर सिस्टम के बारे में, जो कि एक मध्यम आकार का सिस्टम है और कई घरों के लिए उपयुक्त हो सकता है। इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि इस सिस्टम के लिए कितनी बैटरी की आवश्यकता होती है और उनकी कीमत क्या हो सकती है।

बैटरी की आवश्यकता क्यों है?
सोलर पैनल दिन में बिजली उत्पन्न करते हैं, लेकिन रात में या बादल छाए होने पर भी आपको बिजली की आवश्यकता होती है। यहीं पर बैटरियों की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है। यह दिन के दौरान उत्पन्न अतिरिक्त बिजली को स्टोर करती हैं, जिसे बाद में इस्तेमाल किया जा सकता है।
बैटरी क्षमता का सही निर्धारण कैसे करें?
4kW सोलर सिस्टम के लिए बैटरी का चयन करते समय कई कारकों पर विचार करना आवश्यक है:
- दैनिक ऊर्जा खपत: अपने घर या व्यवसाय की दैनिक बिजली की आवश्यकताओं का आकलन करें। एक सामान्य घर के लिए, यह लगभग 10-15 kWh प्रतिदिन हो सकता है।
- ऑटोनोमी समय : आप कितने समय तक बिना सोलर इनपुट के चलना चाहते हैं? यह आमतौर पर 1-2 दिन होता है।
- बैटरी की गहराई का उपयोग: लिथियम-आयन बैटरियों के लिए 80% DOD (डेप्थ ऑफ डिस्चार्ज) और लेड-एसिड बैटरियों के लिए 50% DOD की सिफारिश की जाती है।
- सिस्टम वोल्टेज: 4kW सिस्टम के लिए, 48V सिस्टम वोल्टेज आदर्श है
इन कारकों को ध्यान में रखते हुए, एक 4kW सोलर सिस्टम के लिए आदर्श बैटरी क्षमता लगभग 10-15 kWh होगी। ऐसे में एक 4kW सोलर पैनल के लिए आपको 200Ah की 4 बैटरी की आवश्यकता होगी? और इनमें से प्रत्येक बैटरी की कीमत लगभग 15,000 रुपये हो सकती है! यह कुल मिलाकर 60,000 रुपये का निवेश हो सकता है, जो कि शुरुआत में थोड़ा अधिक लग सकता है, लेकिन लंबे समय में यह निवेश अपने आप को कई गुना वसूल कर लेता है।
लेकिन यह सिर्फ बैटरी की बात हुई। आपको एक अच्छा इन्वर्टर भी चाहिए होगा जो इस पूरे सिस्टम को संचालित कर सके। 4kW सोलर पैनल के लिए आपको 5kVA का इन्वर्टर चाहिए होगा, जिसकी कीमत लगभग 40,000 रुपये हो सकती है। यह इन्वर्टर आपके सोलर सिस्टम का दिल होगा, जो सौर ऊर्जा को आपके घर के उपकरणों के लिए उपयोगी बिजली में बदलता है।
पीएम सूर्यघर योजना के तहत नहीं मिलती बैटरी
देश के 1 करोड़ घरों पर सोलर पैनल लगाने के लिए केंद्र सरकार ने पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना चला रखी है, जिसके तहत केवल ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम ही लगता है यानी की आपका सोलर पैनल सरकारी बिजली ग्रिड से कनेक्टेड होता है। रात में या ख़राब मौसम में आपके घर बिजली ग्रिड से आने लगती है, इस स्थति में बैटरी की जरुरत नहीं पड़ती है। इसलिए सरकार पीएम सूर्यघर योजना के तहत सोलर पैनल के साथ बैटरी नहीं देती है।
आपकी जानकारी के लिए बता दे की इस योजना के तहत केंद्र सरकार 60% सब्सिडी देती है। इसके अलावा राज्य सरकारें भी 20-30% की अलग से सब्सिडी और देती है। ऐसे में सोलर पैनल लगाना आज के समय में काफी किफायती हो गया है।
कौन सी बैटरी है सबसे उपयुक्त?
4kW सोलर सिस्टम के लिए मुख्य रूप से दो प्रकार की बैटरियां उपयोग की जाती हैं:
- लिथियम-आयन बैटरियां:
- लंबा जीवनकाल (8-15 वर्ष)
- उच्च दक्षता (95% तक)
- गहरी डिस्चार्ज क्षमता (80% तक)
- कम रखरखाव
- हल्का वजन
- उच्च प्रारंभिक लागत
- लेड-एसिड बैटरियां:
- कम प्रारंभिक लागत
- विश्वसनीय प्रदर्शन
- व्यापक रूप से उपलब्ध
- कम जीवनकाल (3-7 वर्ष)
- कम दक्षता (80-85%)
- सीमित डिस्चार्ज क्षमता (50% तक)
हालांकि लेड-एसिड बैटरियां सस्ती हैं, लिथियम-आयन बैटरियां लंबे समय में अधिक किफायती और कुशल साबित होती हैं। अच्छी गुणवत्ता वाली बैटरियों के साथ 5-10 साल की गारंटी आती है। 4kW सिस्टम के लिए, 4-5 लिथियम-आयन बैटरियां या 8-10 लेड-एसिड बैटरियां पर्याप्त होंगी।
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