भारत सरकार ने Union Budget 2025-26 में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) शिक्षा को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का ऐलान किया है। इस कदम से भारत का एजुकेशन और स्किलिंग सिस्टम पूरी तरह बदल सकता है। सरकार ने AI पर फोकस करते हुए ₹500 करोड़ की भारी भरकम राशि आवंटित की है, जिससे देश में AI Excellence Centres और मजबूत टैलेंट बेस तैयार किया जाएगा।

शिक्षा के लिए AI सेंटर – क्या होगा खास?
वित्त मंत्री ने अपनी बजट स्पीच में बताया कि 2023 में सरकार ने कृषि, स्वास्थ्य और सस्टेनेबल सिटीज के लिए AI सेंटर ऑफ एक्सीलेंस लॉन्च किए थे। अब इस लिस्ट में शिक्षा सेक्टर भी जुड़ने वाला है। ₹500 करोड़ के निवेश से बनने वाला यह नया सेंटर भारत में एजुकेशन टेक्नोलॉजी को एक नई दिशा देगा।
इस सेंटर के जरिए AI का इस्तेमाल एजुकेशन में और बेहतर तरीके से किया जाएगा ताकि छात्रों को बेहतर लर्निंग एक्सपीरियंस मिले और टीचर्स के लिए पढ़ाना भी आसान हो जाए। AI की मदद से पर्सनलाइज़्ड लर्निंग, स्मार्ट क्लासरूम और एडवांस्ड स्किल ट्रेनिंग को बढ़ावा मिलेगा।
देश के आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने हाल ही में घोषणा की कि भारत अपना पहला फाउंडेशनल AI मॉडल अगले 10 महीनों में लॉन्च करेगा।
स्किल डेवलपमेंट पर जोर
इसके अलावा, सरकार ने पांच नए नेशनल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर स्किलिंग की भी घोषणा की है। इन सेंटर्स का मकसद युवाओं को इंडस्ट्री-रिलेवेंट स्किल्स से लैस करना है। सीतारमण ने कहा कि यह पहल ‘मेक फॉर इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड’ के विजन को सपोर्ट करेगी। इन सेंटर्स में करिकुलम डिजाइन, ट्रेनर्स की ट्रेनिंग, स्किल सर्टिफिकेशन फ्रेमवर्क और नियमित असेसमेंट जैसे काम होंगे।
AI से नौकरियां नहीं जाएंगी, बल्कि नई नौकरियां बनेंगी!
सरकार का कहना है कि AI को रोकने के बजाय, हमें इसे अपनाना और इससे खुद को अपग्रेड करना होगा। इसलिए, मीडियम और हाई-स्किल्ड जॉब्स पर ध्यान दिया जाएगा, जहां AI मशीन की तरह रिप्लेस करने के बजाय मददगार बनेगा।
इसी उद्देश्य से, “Stewarding Institutions” बनाने का सुझाव दिया गया है, जो AI से जुड़े अवसरों और खतरों को पहचानकर सही नीति बनाएंगे। ये संस्थाएं यह सुनिश्चित करेंगी कि
✔ AI इनोवेशन को रोका न जाए,
✔ AI का सही इस्तेमाल हो,
✔ लोगों को नई स्किल्स सिखाकर उन्हें अपग्रेड किया जाए।
रिसर्च और इनोवेशन के लिए ₹20,000 करोड़ का इन्वेस्टमेंट
AI, रिसर्च और इनोवेशन को लेकर सरकार कितनी गंभीर है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि ₹20,000 करोड़ का बजट सिर्फ रिसर्च और टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट के लिए अलॉट किया गया है।
Quess IT Staffing के CEO Kapil Joshi ने इस पर कहा –
“भारत अब सिर्फ नई टेक्नोलॉजी को अपनाने वाला देश नहीं रहेगा, बल्कि खुद इसे डेवलप करेगा और दुनिया को लीड करेगा!”
उन्होंने यह भी जोड़ा कि इस बजट ने साफ कर दिया है कि भारत *AI रेवोल्यूशन का सिर्फ हिस्सा नहीं बनेगा, बल्कि इस रेस में सबसे आगे रहेगा।
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