बॉलीवुड के दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत एक बार फिर चर्चा में हैं, लेकिन इस बार वजह उनकी कोई फिल्म नहीं बल्कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) है। हाल ही में एक AI टूल लॉन्च किया गया है, जिसकी मदद से फैंस सुशांत से बातचीत करने जैसा अनुभव कर रहे हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब तक 5.5 लाख से ज्यादा लोग इस चैटबॉट का इस्तेमाल कर चुके हैं। हालांकि, इस डिजिटल अवतार को लेकर उनके परिवार ने कड़ी आपत्ति जताई है और इसे तुरंत हटाने की मांग की है।

कैसे काम करता है यह AI टूल?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह AI टूल एक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के AI सेक्शन में उपलब्ध है। डेवलपर्स ने सुशांत के पुराने इंटरव्यू, ट्वीट्स, सोशल मीडिया पोस्ट और भाषणों को डेटा के रूप में इस्तेमाल किया है। इसी आधार पर यह टूल सुशांत की आवाज़, बोलने का अंदाज और उनकी सोच को हूबहू दोहराने की कोशिश करता है। फैंस इसमें अपने सवाल टाइप करते हैं और AI उसी अंदाज में जवाब देता है, जैसा कि सुशांत अक्सर देते थे। खास बात यह है कि यह टूल विज्ञान, अंतरिक्ष और दर्शन जैसे विषयों पर भी चर्चा करता है, जिनके लिए सुशांत को बेहद जुनून था।
परिवार की नाराज़गी और मुश्किलें
जहां एक ओर फैंस इस तकनीक से सुशांत की यादें ताज़ा कर रहे हैं, वहीं दूसरी ओर परिवार इसे ‘असंवेदनशील’ बता रहा है। रिपोर्ट्स के अनुसार, सुशांत के परिवार ने Meta India को पत्र लिखकर इस AI चैटबॉट को तुरंत हटाने की मांग की है। परिवार का कहना है कि इस तरह से किसी की आवाज़ और व्यक्तित्व को दोहराना उनके लिए भावनात्मक रूप से बेहद पीड़ादायक है। एक सूत्र ने यह भी कहा कि AI के इस दौर में किसी भी टूल को पूरी तरह रोकना मुश्किल है, क्योंकि कुछ ही मिनटों में कई समान बॉट्स बन सकते हैं।
सुशांत की मौत और न्याय की लड़ाई
14 जून 2020 को मुंबई स्थित अपने अपार्टमेंट में सुशांत सिंह राजपूत मृत पाए गए थे। शुरुआती जांच में इसे आत्महत्या बताया गया, लेकिन बाद में हत्या की आशंका को लेकर देशभर में बड़ा विवाद खड़ा हुआ। उनके परिवार और फैंस लगातार न्याय की मांग करते रहे हैं। उनकी बहन श्वेता सिंह कीर्ति कई बार सोशल मीडिया पर न्याय की गुहार लगा चुकी हैं। पिछले साल उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी CBI जांच की अपील की थी, ताकि सच सामने आ सके और परिवार को न्याय मिल सके।
सुशांत का यह AI अवतार जहां फैंस के लिए भावनात्मक जुड़ाव का जरिया बन गया है, वहीं परिवार के लिए यह पुराने जख्म हरा कर रहा है। अब देखना होगा कि Meta इस विवादित AI टूल पर क्या कदम उठाता है।