GPT-5 लॉन्च के बाद मची बगावत! क्यों ChatGPT Plus यूजर्स कर रहे हैं कैंसिल सब्सक्रिप्शन

Vidyut Paptwan | 11/08/2025
Share This

पिछले हफ्ते OpenAI ने अपना नया AI मॉडल GPT-5 लॉन्च किया, लेकिन यह लॉन्च जितना रोमांचक होना चाहिए था, उतना नहीं रहा। ChatGPT Plus यूजर्स में नाराजगी तेज हो गई क्योंकि उनका मानना है कि GPT-5 एक अपग्रेड नहीं बल्कि डाउनग्रेड है। सबसे बड़ी शिकायत यह रही कि GPT-5 के रोलआउट के साथ ही OpenAI ने कई पुराने मॉडल्स जैसे GPT-4o, o3, o3 Pro और o4-mini को Plus प्लान से हटा दिया। पहले यूजर्स को एक साथ कई मॉडल्स का फायदा मिलता था और रेट लिमिट्स भी काफी उदार थे, लेकिन अब नए सेटअप में यह काफी घटा दिए गए।

ChatGPT Plus Users Cancel Subs After GPT-5 Launch

रेट लिमिट्स में गिरावट से बढ़ी नाराजगी

GPT-5 लॉन्च के साथ Plus यूजर्स को सिर्फ 80 मैसेज प्रति 3 घंटे (स्टैंडर्ड) और 200 मैसेज प्रति सप्ताह (Thinking मॉडल) की लिमिट दी गई, जो पुराने मॉडल्स की तुलना में काफी कम है। पहले o4-mini हाई पर 700 मैसेज प्रति सप्ताह और o4-mini पर 2,100 मैसेज प्रति सप्ताह की सुविधा थी। GPT-4o पर भी 80 मैसेज प्रति 3 घंटे की लिमिट थी, लेकिन तब यूजर्स के पास कई मॉडल्स के साथ बैकअप ऑप्शन भी था। अब यह कमी यूजर्स के लिए बड़ी परेशानी बन गई है, जिससे वे सब्सक्रिप्शन कैंसिल करने की सोच रहे हैं।

कॉन्टेक्स्ट विंडो में भी कोई सुधार नहीं

Plus यूजर्स को यह उम्मीद थी कि नए GPT-5 के साथ उन्हें बड़ा कॉन्टेक्स्ट विंडो मिलेगा ताकि लंबी बातचीत या बड़े डॉक्यूमेंट को बेहतर तरीके से हैंडल किया जा सके। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। Plus टियर में अभी भी 32,000 टोकन (लगभग 24,000 शब्द) का कॉन्टेक्स्ट विंडो है, जबकि Pro और Team टियर में यह 128,000 टोकन (लगभग 96,000 शब्द) तक है। इस फर्क ने यूजर्स को यह महसूस कराया कि उन्हें नए फीचर्स में कोई खास फायदा नहीं मिल रहा।

OpenAI का डैमेज कंट्रोल

जब सोशल मीडिया पर GPT-5 के खिलाफ विरोध बढ़ा और Reddit तथा X पर यूजर्स ने #CancelChatGPT ट्रेंड कर दिया, तो OpenAI को तुरंत कदम उठाने पड़े। कंपनी ने GPT-5 के रेट लिमिट्स को डबल करके 160 मैसेज प्रति 3 घंटे कर दिया और Plus यूजर्स को GPT-4o का फिर से एक्सेस दे दिया। इसके अलावा, CEO Sam Altman ने वादा किया कि GPT-5 Thinking मॉडल की लिमिट्स को बढ़ाकर 3,000 मैसेज प्रति सप्ताह किया जाएगा। हालांकि, यूजर्स का भरोसा वापस पाना अभी भी एक चुनौती है और अगर प्रदर्शन में जल्द सुधार नहीं हुआ, तो इस बगावत का असर OpenAI की कमाई पर पड़ सकता है।

यह भी पढ़े – 👉 AI की भूख से ट्रिपल होगी बिजली की खपत! लेकिन क्या यही टेक्नोलॉजी दूर करेगी बिजली की कमी?


Share This
Join WhatsApp Group Join Now
Join Telegram Group Join Now

Leave a Comment

हमारे WhatsApp ग्रुप से जुड़ें WhatsApp Icon