गर्मियों में सबसे ज्यादा चलने वाला इलेक्ट्रॉनिक आइटम AC होता है और अधिकतर घरों में 1.5 टन का AC सबसे सामान्य ऑप्शन होता है। लेकिन इसका सबसे बड़ा सवाल यही होता है कि इसका बिजली बिल कितना आएगा। दरअसल, 1.5 टन का नॉर्मल AC अगर 8 घंटे प्रतिदिन चलता है, तो यह करीब 1.6 से 2 यूनिट प्रति घंटे की खपत करता है। यानी एक दिन में 13 से 16 यूनिट और पूरे महीने में लगभग 400 से 480 यूनिट बिजली की जरूरत होती है।

अगर प्रति यूनिट बिजली का रेट ₹6 से ₹8 के बीच है, तो आपका मासिक बिल ₹2500 से ₹4000 तक आ सकता है। वहीं, इनवर्टर AC की बात करें तो यह औसतन 0.8 से 1.2 यूनिट प्रति घंटे की खपत करता है, जिससे पूरे महीने की खपत घटकर 240 से 300 यूनिट के बीच हो जाती है। इससे आपका बिजली बिल घटकर ₹1500 से ₹2400 के बीच आ सकता है।
इनवर्टर AC में क्या है खास?
इनवर्टर AC, नॉर्मल AC के मुकाबले काफी स्मार्ट तरीके से काम करता है। इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसमें लगा वेरिएबल स्पीड कंप्रेसर कमरे के तापमान के अनुसार अपनी स्पीड को एडजस्ट करता है। नॉर्मल AC जहां बार-बार ऑन और ऑफ होता है, वहीं इन्वर्टर AC धीमे-धीमे कूलिंग बनाए रखता है और ज्यादा बिजली खर्च नहीं करता है। यही वजह है कि इनवर्टर टेक्नोलॉजी वाला 5-स्टार AC लंबे समय में हजारों रुपये की बिजली बचा सकता है। इसके अलावा इनवर्टर AC की ऑपरेशन नॉइज़ भी कम होती है और यह ज्यादा स्मूद तरीके से चलता है, जिससे यूजर एक्सपीरियंस भी बेहतर रहता है।
इन्वर्टर AC क्यों है लंबे समय के लिए फायदेमंद?
हालांकि इन्वर्टर AC की शुरुआती कीमत नॉर्मल AC से थोड़ी ज्यादा होती है, लेकिन इसकी बिजली बचाने की क्षमता इतनी जबरदस्त होती है कि कुछ ही महीनों में यह अंतर कवर हो जाता है। अगर आप एक साल तक रोजाना 8 घंटे AC चलाते हैं, तो इनवर्टर AC से लगभग ₹6000 से ₹8000 की बचत हो सकती है। इसके अलावा इनवर्टर टेक्नोलॉजी वाले मॉडल ज्यादा टिकाऊ होते हैं और कम मेंटेनेंस की जरूरत होती है। यही वजह है कि अब ज्यादातर लोग इनवर्टर AC को ही प्राथमिकता देते हैं। गर्मियों में चैन से सोना और बिजली का बिल भी कंट्रोल में रखना है तो इन्वर्टर AC सबसे सही चॉइस है।
बिजली की बचत के कुछ आसान टिप्स
अगर आप चाहते हैं कि AC चलाते वक्त आपका बिजली बिल ज्यादा न बढ़े, तो कुछ आसान टिप्स को अपनाकर काफी बचत की जा सकती है। सबसे पहला सुझाव यही है कि कमरे को अच्छी तरह इंसुलेट करें, ताकि ठंडी हवा बाहर न निकल पाए। इसके अलावा, AC का तापमान 24 से 26 डिग्री के बीच रखें क्योंकि इससे कंप्रेसर पर कम लोड आता है। सीलिंग फैन का भी साथ में इस्तेमाल करें ताकि कमरे में ठंडी हवा अच्छे से सर्कुलेट हो सके। AC के फिल्टर को हर 15-20 दिन में साफ करना न भूलें, क्योंकि गंदे फिल्टर से बिजली की खपत बढ़ जाती है। कोशिश करें कि घर में ज्यादा समय दिन के ठंडे हिस्सों में AC का इस्तेमाल करें, ताकि कंप्रेसर को ज्यादा मेहनत न करनी पड़े।
यह भी पढ़े – 👉 Waaree Energies का ‘All-in-One’ Solar Kit लॉन्च: अब पीएम सूर्यघर योजना से Rooftop Solar को मिलेगी नई रफ्तार